श्याम सलोने कृष्ण हमारे

मुरली मधुर हरी हाथ सुहाए,
बैठे कदम्ब की डाल,
जमुना किनारे,
सारे जगत के पालनहारे,
श्याम सलोने कृष्ण हमारे,
श्याम सलोने कृष्ण हमारे…..

राधा कृष्ण की छबि निहारे,
श्याम सलोने कृष्ण हमारे….

बड़ा नटखट है रे ब्रज गोपाला,
काली दाह में नाग नाथे,
यशोदा का लाला,
दरश को तेरे अंखिया प्यासी,
जन्मो जनम से राधा श्याम की दासी,
साँस चले तुमरे सहारे,
श्याम सलोने कृष्ण हमारे,
श्याम सलोने कृष्ण हमारे……

मुरली मधुर हरी हाथ सुहाए,
बैठे कदम्ब की डाल,
जमुना किनारे,
सारे जगत के पालनहारे,
श्याम सलोने कृष्ण हमारे,
श्याम सलोने कृष्ण हमारे,
राधा कृष्ण की छबि निहारे,
श्याम सलोने कृष्ण हमारे……

मुरली मधुर हरी हाथ सुहाए,
बैठे कदम्ब की डाल,
जमुना किनारे,
सारे जगत के पालनहारे,
श्याम सलोने कृष्ण हमारे,
श्याम सलोने कृष्ण हमारे……

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

ज्येष्ठ पूर्णिमा

बुधवार, 11 जून 2025

ज्येष्ठ पूर्णिमा
योगिनी एकादशी

शनिवार, 21 जून 2025

योगिनी एकादशी
देवशयनी एकादशी

रविवार, 06 जुलाई 2025

देवशयनी एकादशी
गुरु पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

गुरु पूर्णिमा
आषाढ़ पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

आषाढ़ पूर्णिमा
कामिका एकादशी

सोमवार, 21 जुलाई 2025

कामिका एकादशी

संग्रह