तेरा किसने किया श्रृंगार सांवरे,
तू लगे दूल्हा सा दिलदार सांवरे !

तेरा किसने किया श्रृंगार सांवरे,
तू लगे दूल्हा सा दिलदार सांवरे !

मस्तक पर मलियागिरी चन्दन,
केसर तिलक लगाया !

मोर मुकुट कानो में कुण्डल,
इत्र खूब बरसाया !

महकता रहे यह दरबार सांवरे,
तेरा किसने किया श्रृंगार सांवरे !!

बागो से कलियाँ चुन चुन कर,
सुन्दर हार बनाया !

रहे सलामत हाथ सदा वो,
जिसने तुझे सजाया !

सजाता रहे वो हर बार सांवरे
तेरा किसने किया श्रृंगार सांवरे !!

बोल सांवरे बोल तुम्हे मैं,
कौन सा भजन सुनाऊँ !

ऐसा कोई राग बतादे,
तू नाचे मैं गाऊं !

नचाता रहूँ मैं, हर बार सांवरे,
तेरा किसने किया श्रृंगार सांवरे !!

तेरा किसने किया श्रृंगार सांवरे,
तू लगे दूल्हा सा दिलदार सांवरे !
तेरा किसने किया श्रृंगार सांवरे,
तू लगे दूल्हा सा दिलदार सांवरे !!

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