उलझन कान्हा बड़ी भारी हो गई

उलझन कान्हा बड़ी भारी हो गई

उलझन कान्हा बड़ी भारी हो गई,
बंसी तेरी सोतन हमारी हो गई,
उलझन राधे कैसी भारी हो गई,
काहे राधे रानी दुखयारी हो गई…

इक पल को भी इसे दूर नही करते,
बंसी की वजह से मेरा ध्यान नही रखते,
लगता है मुझसे भी प्यारी हो गई,
बंसी तेरी सोतन हमारी हो गई…

जब तक इस को न होठो से लगाऊ मैं,
सच कहू राधे रानी कुछ नही खाऊ मैं,
बंसी मुझे प्राणों से भी प्यारी हो गई,
काहे राधे रानी दुखयारी हो गई…

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

ज्येष्ठ पूर्णिमा

बुधवार, 11 जून 2025

ज्येष्ठ पूर्णिमा
योगिनी एकादशी

शनिवार, 21 जून 2025

योगिनी एकादशी
देवशयनी एकादशी

रविवार, 06 जुलाई 2025

देवशयनी एकादशी
गुरु पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

गुरु पूर्णिमा
आषाढ़ पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

आषाढ़ पूर्णिमा
कामिका एकादशी

सोमवार, 21 जुलाई 2025

कामिका एकादशी

संग्रह