फ़िल्मी तर्ज – छोड़ दिया जाए या मार दिया जाए

वृन्दावन में जाये या कुंज गलिन में जाये,
बोल मेरे श्याम तेरा कैसे दर्शन पाए…..

रूप सारे तेरे दिल को भाये मेरे,
बिन तेरे दिल को कुछ भी भाए ना,
वृन्दावन में जाये या कुंज गलिन में जाये,
बोल मेरे श्याम तेरा कैसे दर्शन पाए…..

वृन्दावन में जाये या कुंज गलिन में जाये,
बोल मेरे श्याम तेरा कैसे दर्शन पाए…….

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