फ़िल्मी तर्ज – छोड़ दिया जाए या मार दिया जाए

वृन्दावन में जाये या कुंज गलिन में जाये,
बोल मेरे श्याम तेरा कैसे दर्शन पाए…..

रूप सारे तेरे दिल को भाये मेरे,
बिन तेरे दिल को कुछ भी भाए ना,
वृन्दावन में जाये या कुंज गलिन में जाये,
बोल मेरे श्याम तेरा कैसे दर्शन पाए…..

वृन्दावन में जाये या कुंज गलिन में जाये,
बोल मेरे श्याम तेरा कैसे दर्शन पाए…….

Author: Unkonow Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

गणेश चतुर्थी

शनिवार, 07 सितम्बर 2024

गणेश चतुर्थी
राधा अष्टमी

बुधवार, 11 सितम्बर 2024

राधा अष्टमी
दुर्वा अष्टमी

बुधवार, 11 सितम्बर 2024

दुर्वा अष्टमी
परिवर्तिनी एकादशी

शनिवार, 14 सितम्बर 2024

परिवर्तिनी एकादशी
ओणम/थिरुवोणम

रविवार, 15 सितम्बर 2024

ओणम/थिरुवोणम
पितृपक्ष प्रारम्भ

मंगलवार, 17 सितम्बर 2024

पितृपक्ष प्रारम्भ

संग्रह