तुलसा घूम रही ब्रज धाम,
जाने कहाँ मिलेंगे श्याम,
तुलसा घूम रही बृज धाम,
जाने कहाँ मिलेंगे श्याम।

जब तुलसा जमुना तट आई,
राधा सखियों के संग आई,
गोता लगा रहे घनश्याम,
तुलसा यही मिलेंगे श्याम,
तुलसा घूम रही बृज धाम,
जाने कहाँ मिलेंगे श्याम।

जब तुलसा मधुबन में आई,
राधा सखियों के संग आई,
गैया चरा रहे घनश्याम,
तुलसा यही मिलेंगे श्याम,
तुलसा घूम रही बृज धाम,
जाने कहाँ मिलेंगे श्याम।

जब तुलसा बंसीवट आई,
राधा सखियों के संग आई,
मुरली बजा रहे घनश्याम,
तुलसा यही मिलेंगे श्याम,
तुलसा घूम रही बृज धाम,
जाने कहाँ मिलेंगे श्याम।

जब तुलसा वृंदावन आई,
राधा सखियों के संग आई,
वहां पर रास रचावे घनश्याम,
तुलसा यही मिलेंगे श्याम,
तुलसा घूम रही बृज धाम,
जाने कहाँ मिलेंगे श्याम।

कार्तिक मास तुलसा घर घर आई,
सब सखियां मिल मंगल गाए,
वहां पर मिल गए सालेग़ाव,
तुलसा यही मिलेंगे श्याम,
तुलसा घूम रही बृज धाम,
जाने कहाँ मिलेंगे श्याम।

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

संग्रह