( मधुप जी का सुप्रसिद्ध राधा रानी भजन )
वृषभानु की दुलारी बड़ी प्यारी लागे।
बड़ी प्यारी लागे ,सुकुमारी लागे – वृषभानुं की दुलारी …
रंग रंगीली छैल छबीली। गुण गर्वीली ,रूप रसीली ॥
मन मोहिनी कोटिचन्द्र उजियारी लागे – वृषभानु की दुलारी …
ब्रजेश्वरी रासेश्वरी राधा। परिपूर्ण परमेश्वरी राधा ॥
छटा तीन लोक से न्यारी लागे – वृषभानु की दुलारी …
प्रेमदेव पटरानी राधा। वरदायिनी कल्याणी राधा ॥
दीन हीन ‘ मधुप ‘ हितकारी लागे – वृषभानु की दुलारी …
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