लाखो के दुःख लिए हर दातिए,
झोलियाँ गरीबों की भी भर दातिए,
सबको दिए खुशियों के वर दातिए,
सबको दिए खुशियों के वर दातिए,
झोलियाँ गरीबों की भी भर दातिए……

भरे हुए तेरे भंडार है,
उनमे कमी ना किसी बात की,
हर जगह पर हर और ही,
करुणा की तूने तो बरसात की,
सबपे है तेरी,
सबपे है दया की नजर दातिए,
झोलियाँ गरीबों की भी भर दातिए……

सागर से एक बून्द हम जो पिए,
सागर का कुछ ना घटे मेरी माँ,
हवा चला दो गर रहमत की माँ,
बादल गमो का छटे मेरी माँ,
जग से निराला,
जग से निराला तेरा दर दातिए,
झोलियाँ गरीबों की भी भर दातिए…….

लाखो के दुःख लिए हर दातिए,
झोलियाँ गरीबों की भी भर दातिए,
सबको दिए खुशियों के वर दातिए,
सबको दिए खुशियों के वर दातिए,
झोलियाँ गरीबों की भी भर दातिए……

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

ज्येष्ठ पूर्णिमा

बुधवार, 11 जून 2025

ज्येष्ठ पूर्णिमा
योगिनी एकादशी

शनिवार, 21 जून 2025

योगिनी एकादशी
देवशयनी एकादशी

रविवार, 06 जुलाई 2025

देवशयनी एकादशी
गुरु पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

गुरु पूर्णिमा
आषाढ़ पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

आषाढ़ पूर्णिमा
कामिका एकादशी

सोमवार, 21 जुलाई 2025

कामिका एकादशी

संग्रह