माँ तेरी किरपा से, तेरे मंदिर आया हूँ,
मेरी कर सुनवाई माँ, मैं दुखिया आया हु,
माँ तेरी किरपा से……

जय माँ शेरावाली, ऊँचे पहाड़ो वाली,
जय माँ ज्योतावाली, जय माँ मेहरावाली।।

जब नाम लिया मैंने, बड़ा सुकून पाया है,
तेरी किरपा से ओ माँ, ये धुप भी छाया है,
मुझको हँसा दे माँ, रोते हुए आया हु,
माँ तेरी किरपा से……

कहने को अपने है, सब साथ नहीं पाया,
मैं कैसे बताऊ माँ, कुछ कर ही नहीं पाया,
मेरी आस जगा दे माँ, दुनिया से सताया हूँ,
माँ तेरी किरपा से……

जय माँ शेरावाली, ऊँचे पहाड़ो वाली,
जय माँ ज्योतावाली, जय माँ मेहरावाली।।

तेरी इतनी दया हो माँ, जीने को काफी है,
अपनी गलती की माँ, माँगता “अजय” माफ़ी है,
आके चरणों में माँ, मैं खुशिया पाया हूँ,
माँ तेरी किरपा से……

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

वरुथिनी एकादशी

गुरूवार, 24 अप्रैल 2025

वरुथिनी एकादशी
मोहिनी एकादशी

गुरूवार, 08 मई 2025

मोहिनी एकादशी
वैशाखी पूर्णिमा

सोमवार, 12 मई 2025

वैशाखी पूर्णिमा
अपरा एकादशी

शुक्रवार, 23 मई 2025

अपरा एकादशी
शनि जयंती

मंगलवार, 27 मई 2025

शनि जयंती
निर्जला एकादशी

शुक्रवार, 06 जून 2025

निर्जला एकादशी

संग्रह