राती सुफ़ने च आयी महाँमाई,
सुत्तेया दे भाग जाग पये,
बग्गे शेर ते सवार होके आयी,
सुत्तेया दे भाग जाग पये,
मैं ते जन्मा दी प्यास बुझाई,
सुत्तेया दे भाग जाग पये,
राती सुफ़ने च…..

सुहा सुहा रंग राती हो गया आकाश दा,
पैन लग्गा मीह जदो ओहदे प्रकाश दा,
वेहंदे वेहंदे सारी भिज गयी खुदाई,
सुत्तेया दे भाग जाग पये,
राती सुफ़ने च…..

पीड़ा साडी जींद नालो सूक सूक लथियां,
जदो फरियादा मैं माँ दे अग्गे रखियां,
ओहदे नाम वाली कर लई कमाई,
सुत्तेया दे भाग जाग पये,
राती सुफ़ने च…..

दिला ऐंवे डोल ना मुसीबतां नू देख के,
झुक जावी मत्था माँ दे चरणा च टेक के,
एथों ज़िंदगी दी लबदी सच्चाई,
सुत्तेया दे भाग जाग पये,
राती सुफ़ने च…..

औखिया चढ़ाइया भावे औखे औखे राह ने,
भगता तेरे अथरू प्यार दे गवाह ने,
जावी झोली च निशानियाँ ए पायी,
सुत्तेया दे भाग जाग पये,
राती सुफ़ने च…..

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