आपने तो सब सुख दिए हैं मैया,
ना आपसे कोई गिला है,
दुख जो भी मुझको मिले हैं,
सब कर्मों का मेरे सिला है,
संसार में जो हूँ आया ,
माँ सब आपकी है माया….

मैंने जो कुछ भी है पाया,
सब आपसे ही तो पाया,
मुझ से बेटे पर भी आपने,
मैया सारी खुशियाँ लुटा दी,
बदकिस्मती से जो बदा था,
वो बद की हद मिटा दी,
चुनकर मैया आपने काँटे,
मेरी राह फूलों से भर दी,
मैया लुटा कर आपने ममता,
कृपा राजीव पर कर दी,
आपकी दया से ही तो,
मेरी जीवन अब तक चला है,
दुख जो भी मुझको मिले हैं,
सब कर्मों का मेरे सिला है,
आपने तो सब सुख दिए हैं मैया,
ना आपसे कोई गिला है…..

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

ज्येष्ठ पूर्णिमा

बुधवार, 11 जून 2025

ज्येष्ठ पूर्णिमा
योगिनी एकादशी

शनिवार, 21 जून 2025

योगिनी एकादशी
देवशयनी एकादशी

रविवार, 06 जुलाई 2025

देवशयनी एकादशी
गुरु पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

गुरु पूर्णिमा
आषाढ़ पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

आषाढ़ पूर्णिमा
कामिका एकादशी

सोमवार, 21 जुलाई 2025

कामिका एकादशी

संग्रह