तेरे दर ते आके जगदम्बे

तेरे दर ते आके जगदम्बे कुछ याद सानु रहन्दा नही,
इस मन नु ठिकाना मिल जांदा,
ओ जेहड़ा ईक थां टिक के बैंदा नही,
तेरे दर ते आ के जगदम्बे…

तेरा द्वारा माँ सब तो निराला ए,
ऐदी जग विच कोई मिसाल नही,
ऐथे ऊंच नीच ते जाता दा,
कोई करदा भेद ते भाव नही,
ऐंथे ओ वी जी जी करदा ए,
ओ जेहड़ा गल किसे दी सहन्दा नही,
तेरे दर ते आ के जगदम्बे……..

अज हर कोई एहियो कहन्दा ए,
ए सच्चा मैया द्वार तेरा,
हर घर विच तेरी महिमा ए,
हर कोई माँ लैंदा नाम तेरा,
ओ जिहनु नाम दा रंग है चढ़ जांदा,
ओ रंग माँ फेर उतरदा नही,
तेरे दर ते आ के जगदम्बे…….

तेरे द्वारे दे दर्शन करके माँ,
ए आँख छपकनी भूल जांदी,
ओ नही तकदा थकदा थकदा ओ,
जिहदे मन दी कुंडी खुल जांदी,
माँ तेरा विछोड़ा ऐसा है,
ओ तेरा बच्चडा कोई सहन्दा नही,
तेरे दर ते आ के जगदम्बे…….

साधक और योगी ऋषि मुनि,
तेरे दर ते शीश झुकान्दे ने,
माँ तेरे भक्त तेरे दर आउंदे ने,
ओ झोलिया भर के जांदे ने,
जीहनु भक्ति दा वर तू देनी ऐ,
ओ मुहो कुछ वी कैण्दा नही,
तेरे दर ते आ के जगदम्बे…….

Author: Unknown Claim credit

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