भजनो को करते करते
भजनो को करते करते मेरी उम्र बीत जायेमुझे मौत भी जो आये दरबार में ही आये तू कहे तो बन के काजल तेरी आँख में समाङतेरी कृपा से ही बाबा भजनो को गुनगुनाऊँभजनो को गुनगुनाऊँया...
भजनो को करते करते मेरी उम्र बीत जायेमुझे मौत भी जो आये दरबार में ही आये तू कहे तो बन के काजल तेरी आँख में समाङतेरी कृपा से ही बाबा भजनो को गुनगुनाऊँभजनो को गुनगुनाऊँया...
लड्डू गोपाल मेरा, लड्डू गोपाल ।छोटा सा है लला मेरा, करतब करे कमाल, सबसे पहले मुझे जगाओ,फिर गंगा जल से नहलाओ,नई नई पोशाक बनाओ,बदल बदल कर के पहनाओ.केसर चन्दन तिलक लगाओ,गल फूलो की माल,॥ लड्डू...
तेरह पेढिया ऊपर म्हारे, श्याम को बंगलो,सारे जग में राज करे है, म्हारो सेठ सावरों,सेठ सावरों, जी म्हारो सेठ सावरों ॥ पहली पेढि पग धरताही, मिट जा सब संताप,दूजी तीजी पेढि करदे, मैल मना का...
मन बस गयो नन्दकिशोर,अब जाना नहीं कहीं और,बसालो वृन्दावन में, बसालो वृन्दावन में ।। सौंप दिया अब जीवन तोहे,राखो जेहि विधि रखना मोहे।तेरे दर पे पड़ी हूँ सब छोर, अब जाना नहीं कहीं और ।।बसालो…....
हम बिक गये खाटू के बाजार में, हो खरीद लिया श्याम सरकार ने,कि दुनियां से क्या लेना, क्या लेना,सांवरे के हो गये हम जबसे, सांवरे के हो गये हम ।। (तर्ज – उड़े जब जब...
कोई याद करे तो करे, फरियाद करे तो करे,तू तो फर्ज निभा जा रे, तू तो बेगो बेगो आजा रे,म्हारा खाटू का राजा रे, तू तो बेगो बेगो आजा रे…. म्हारे आंसुड़ा री रख लीजे...
गले से लगा लो ना साँवरिया,गले से लगा लो ना,तुम्हारे सिवा कोई ना मेरा,मुझे अपना बना लो ना ।। तर्ज – हुस्न पहाड़ो का । अपना नही कोई सगले पराये,जितना उठु मुझे उतना गिराये,आकर सँभालो...
मैं झोली पसारे खड़ा,जरा देखो इधर बाबा,मेरे नैनो में आंसू है,जरा देखो इधर बाबा…. तेरे होते क्यों दुःख पाऊ,क्यों दर दर की ठोकर खाऊ,मैं तो अब हु हारा,जरा देखो इधर बाबा…. जीवन मेरा रुक सा...
श्याम दिखता नहीं, पर वो मौजूद है,जब मिलेगा इशारा, समझ आएगा,दीन दुखियों का है, एक सहारा यही,अभिमानी को, ये ना समझ आएगा,श्याम दिखता नही, पर वो मौजूद है…. कोई जान ना पाया, कैसा राज है,जिसका...
उलझन में भी ओ बाबा संतोष कर रहे हैं,तेरा हाथ पीठ पर हम महसूस कर रहे हैं,उलझन में भी ओ बाबा… तर्ज – वो दिल कहा से लाउ सुनसान ये डगर है, फिर भी हमें...
श्याम नाम रस पीले मनवा, बून्द बून्द गुण कारी है,कितने पी कर अमर हो गये, इस रस की बलिहारी है,श्याम नाम रस पीले मनवा…. ये अनमोल रसायन है जो, पैसो से नहीं बिकता है,दुनिया के...
(तर्ज- पल पल दिल के पास तुम रहती हो….) हर लम्हां, हर श्वांस, पुकारा करता हूँ ।सांवरिये का नाम, उच्चारा करता हूँ ।।हर लम्हा… इक पल भी गुजरे ना, जो याद ना आये,हर आहट पर...