रंग तूने प्रेम का जो मुझपे चढ़ाया है

रंग तूने प्रेम का जो मुझपे चढ़ाया है

रंग तूने प्रेम का जो मुझपे चढ़ाया है
सच कहु जीने का मजा ही अब आया है
जिन्दगी में जीने का मजा ही अब आया है
कोई कहे कुछ भी ना मुझको फिकर है
लोक लाज का भी मुझे अब तो ना डर है
लोक लाज का भी मुझे अब तो ना डर है
सिर पे जो हाथ तूने अपना फिराया है
सच कहु जीने का मजा ही अब आया है
जिन्दगी में जीने का मजा ही अब आया है

मेरे जैसे श्याम तेरे दीवाने हजार है
मुझमे क्या ख़ास देखा लुटाया जो प्यारा है
मुझमे क्या ख़ास देखा लुटाया जो प्यारा है
हर एक साँस ने भी यही गुनगुनाया है
सच कहु जीने का मजा ही अब आया है
जिन्दगी में जीने का मजा ही अब आया है
श्याम तेरे प्रेमियों का ऐसा परिवार है
रिश्ता नहीं है फिर भी प्रेम बेशुमार है
रिश्ता नहीं है फिर भी प्रेम बेशुमार है
तबसे हां मे भी तूने अपना बनाया है
सच कहु जीने का मजा ही अब आया है
जिन्दगी में जीने का मजा ही अब आया है

आपके ही नाम से ही मेरी पहचान है
भजनो से मोहित करू दिया मुझे काम है
भजनो से मोहित करू दिया मुझे काम है
सोच के ही श्याम मेरा दिल भर आया है
सच कहु जीने का मजा ही अब आया है
जिन्दगी में जीने का मजा ही अब आया है

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

देवशयनी एकादशी

रविवार, 06 जुलाई 2025

देवशयनी एकादशी
गुरु पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

गुरु पूर्णिमा
आषाढ़ पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

आषाढ़ पूर्णिमा
कामिका एकादशी

सोमवार, 21 जुलाई 2025

कामिका एकादशी
पुत्रदा एकादशी

मंगलवार, 05 अगस्त 2025

पुत्रदा एकादशी
रक्षा बन्धन

शनिवार, 09 अगस्त 2025

रक्षा बन्धन

संग्रह