रामजी की जय, हनुमानजी की जय
रामजी की जय, हनुमानजी की जय

हिन्दुओं की जान है
सनातनियों की शान है
दुश्मनों के काल हैं
मेरे भगवान है
सीने में बसते हों राम जिनके
हो चरणों में हो चारधाम जिनके
सिर पे उनका हाथ है
फिर कैसा भय

अपने कंधे पे
अपने कंधे पे
अपने कंधे पे भगवा लहरा के
तुम बोलो हनुमान जी की जय
अपने कंधे पे भगवा लहरा के
तुम बोलो हनुमान जी की जय
रामजी की जय, हनुमानजी की जय
रामजी की जय, हनुमानजी की जय

विघ्न छते, पाप घटे
उनके नाम से
राम जी के काम बने
उनके काम से
अरे विघ्न छते, पाप घटे
उनके नाम से
राम जी के काम बने
उनके काम से

अरे शक्ति की ताल नचे
भक्ति की लय
अब तो माथे पे
अब तो माथे पे
अब तो माथे पे चंदन लगा के
तुम बोलो हनुमान जी की जय
अपने माथे पे चंदन लगा के
तुम बोलो हनुमान जी की जय
रामजी की जय, हनुमानजी की जय
रामजी की जय, हनुमानजी की जय

हम तो अपने इंतजाम करके रहेंगे
भक्ति दिल में शक्ति बाजुओं में भरेंगे
अरे हम तो अपने इंतजाम करके रहेंगे
भक्ति दिल में शक्ति बाजुओं में भरेंगे
उनके नाम से ही कट रही है जिन्दगी
जिन्दगी ये उनके नाम करके रहेंगे

अरे रामदूत की कृपा से धड़के हृदय
अब तो ज़ोरो से
अब तो ज़ोरो से
अब तो ज़ोरो से नारा लगा के
तुम बोलो हनुमान जी की जय
अपने कंधे पे भगवा लहरा के
तुम बोलो हनुमान जी की जय
रामजी की जय, हनुमानजी की जय
रामजी की जय, हनुमानजी की जय

पावन तनय शंकर हरण
मंगल मूरत रूप
राम लखन सीता सहित
हृदय बसहु सुरभूप

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

चैत्र नवरात्रि

रविवार, 30 मार्च 2025

चैत्र नवरात्रि
गुड़ी पड़वा

रविवार, 30 मार्च 2025

गुड़ी पड़वा
उगादी

रविवार, 30 मार्च 2025

उगादी
चेटी चंड

सोमवार, 31 मार्च 2025

चेटी चंड
राम नवमी

रविवार, 06 अप्रैल 2025

राम नवमी
कामदा एकादशी

मंगलवार, 08 अप्रैल 2025

कामदा एकादशी

संग्रह