तेरी पूजा मे मन लीन रहे,
मेरा मस्तक हो और द्वार तेरा,
मीट जाये जन्मों की तृष्णा,
श्री राम मिले जो प्यार तेरा…..

तुझमे खोकर जीना है मुझे,
मै बूँद हूँ तु इक सागर है,
तुझ बिन जीवन का अर्थ है क्या,
मै तारा हूँ तु अम्बर है,
तुने मुझको स्वीकार किया,
क्या कम है ये उपकार तेरा,
तेरी पुजा मे मन लीन रहे,
मेरा मस्तक हो और द्वार तेरा,
तेरी पूजा मे मन लीन रहे,
मेरा मस्तक हो और द्वार तेरा,
मीट जाये जन्मों की तृष्णा,
श्री राम मिले जो प्यार तेरा…..

यूँ मुझको तेरा प्यार मिला,
बेजान को जेसे जान मिली,
जिस दिन से तुझको जाना है,
मुझको मेरी पहचान मिली,
देदी तुने चरणों मे जगह,
क्या कम है ये उपकार तेरा,
तेरी पूजा मे मन लीन रहे,
मेरा मस्तक हो और द्वार तेरा,
तेरी पूजा मे मन लीन रहे,
मेरा मस्तक हो और द्वार तेरा,
मीट जाये जन्मों की तृष्णा,
श्री राम मिले जो प्यार तेरा……

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

वरुथिनी एकादशी

गुरूवार, 24 अप्रैल 2025

वरुथिनी एकादशी
मोहिनी एकादशी

गुरूवार, 08 मई 2025

मोहिनी एकादशी
वैशाखी पूर्णिमा

सोमवार, 12 मई 2025

वैशाखी पूर्णिमा
अपरा एकादशी

शुक्रवार, 23 मई 2025

अपरा एकादशी
शनि जयंती

मंगलवार, 27 मई 2025

शनि जयंती
निर्जला एकादशी

शुक्रवार, 06 जून 2025

निर्जला एकादशी

संग्रह