मेरे भोले बाबा जग मेँ निराले लगें

मेरे भोले बाबा जग में निराले लागे,
बड़े प्यारे लागे,
मेरे बाबा बड़े भोले भाले न्यारे लागे,
बाबा भोले बाबा, बाबा भोले बाबा…..

शिव की महिमा चारो दिशा में गाये नर और नारी,
गाये नर और नारी,
भोले के दर पे भक्तो की भीड़ पड़ी है भारी,
मेरे बाबा का बड़ा ही प्यारा धाम लागे,
पवन धाम लागे,
मेरे बाबा बड़े भोले भाले न्यारे लागे,
बाबा भोले बाबा, बाबा भोले बाबा…..

जटा में गंगा, गले में सर्प, माथे चंदा साजे,
एक हाथ त्रिशूल दूजे हाथ में डमरू बाजे,
बड़ा निराला ही इनका रूप लागे ,
बड़ा प्यारा लागे,
मेरे बाबा बड़े भोले भाले लागे,
बाबा भोले बाबा, बाबा भोले बाबा…..

भोले को जिसने भी पूजा मनचाहा वर पाया,
गौरा जी ने भी तो इनको बड़े ही तप से पाया,
इनकी जोड़ी बड़ी ही प्यारी लागे,
न्यारी न्यारी लागे,
मेरे बाबा बड़े भोले भाले न्यारे लागे,
बाबा भोले बाबा, बाबा भोले बाबा…..

भोले भोले नाम रटत है जो भी सुबह शाम,
सबकी बाधा दूर करत है भोले नाम,
शिव नाम से सफल जिंदगानी लागे,
हो जिंदगानी लागे,
मेरे बाबा बड़े भोले भाले न्यारे लागे……

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

छठ पूजा

मंगलवार, 28 अक्टूबर 2025

छठ पूजा
कार्तिक पूर्णिमा

बुधवार, 05 नवम्बर 2025

कार्तिक पूर्णिमा
उत्पन्ना एकादशी

शनिवार, 15 नवम्बर 2025

उत्पन्ना एकादशी
मोक्षदा एकादशी

सोमवार, 01 दिसम्बर 2025

मोक्षदा एकादशी
मार्गशीर्ष पूर्णिमा

गुरूवार, 04 दिसम्बर 2025

मार्गशीर्ष पूर्णिमा
सफला एकादशी

सोमवार, 15 दिसम्बर 2025

सफला एकादशी

संग्रह