दुनिया में मच रयो शोर भोले भंडारी……
कोई कहे त्रिपुरारी, कोई कोई भंडारी,
कोई करे तपस्या घोर भोले भंडारी,
दुनिया में मच रयो शोर भोले भंडारी……
कोई कहे जग का दाता, कोई भाग्य विधाता,
भगतो का है चित चोर, भोले भंडारी,
दुनिया में मच रयो शोर भोले भंडारी……
चंदा मस्तक पे है साजे,
गंगा जटा में विराजे,
ऐसी दाता की सूरत लोर, भोले भंडारी,
दुनिया में मच रयो शोर भोले भंडारी……
Author: Unknown Claim credit