हे शम्भु बाबा मेरे भोलेनाथ,
तीनो लोक में तू ही तू,
श्रद्धा सुमन मेरा मन बेलपत्री,
जीवन भी अर्पण कर दू…..
जग का स्वामी है तू अंतरयामी है तू,
मेरे जीवन की अनमिट कहानी है तू,
तेरी शक्ति अपार तेरा पावन है द्वार,
तेरी पूजा मेरा जीवन आधार,
धुल तेरे चरणों की लेकर,
जीवन को साकार किया,
हे शम्भु बाबा मेरे भोलेनाथ,
तीनो लोक में तू ही तू……
मन में है कामना और कुछ जानू ना,
जिंदगी भर करू तेरी आराधना,
सुख की पहचान दे तू मुझे दे,
प्रेम सबसे करू ऐसा वरदान दे,
तूने दिया बल निर्बल को,
अज्ञानी को ज्ञान दिया,
हे शम्भु बाबा मेरे भोलेनाथ,
तीनो लोक में तू ही तू……
Author: अनुराधा पौडवाल