कलयुग में फिर से आजा डमरू बजाने वाले

मंगलम भगवान शम्भू
मंगलम वृषवध्वज
मंगलम पार्वतीनाथ
मंगलायतनोहर

कलयुग में फिर से आजा डमरू बजाने वाले,
दुःख दर्द सब मिटा जा डमरू बजाने वाले,
भोलेनाथ..……शम्भू

विष पीके तुमने बाबा संसार को बचाया,
भैरव के रूप में भी महाकाल बन के आया,
दानव को फिर मिटा जा तांडव रचाने वाले,
भोलेनाथ..……शम्भू

दानव देव ऋषियों ने सबने है तुम्हे ध्याया,
संतो के लिए बाबा सातो धाम रचाया,
भक्तो को फिर जगा जा उज्जैन वाले बाबा,
भोलेनाथ..……शम्भू

कलयुग में फिर से आजा डमरू बजाने वाले,
दुःख दर्द सब मिटा जा डमरू बजाने वाले…..

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