मिलता है सच्चा सुख केवल शिवजी तुम्हारे चरणों में ।
यह विनती है पल पल छिन की, रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में ॥
चाहे बैरी सब संसार बने, चाहे जीवन मुझ पर भार बने ।
चाहे मौत गले का हार बने, रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में ॥
॥ मिलता है सच्चा सुख केवल…॥
चाहे अग्नि में मुझे जलना हो, चाहे काटों पे मुझे चलना हो ।
चाहे छोडके देश निकलना हो, रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में ॥
॥ मिलता है सच्चा सुख केवल…॥
चाहे संकट ने मुझे घेरा हो, चाहे चारों ओर अँधेरा हो ।
पर मन नहीं डग मग मेरा हो, रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में ॥
॥ मिलता है सच्चा सुख केवल…॥
जिव्हा पर तेरा नाम रहे, तेरा ध्यान सुबह और शाम रहे ।
तेरी याद तो आठों याम रहे, रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में ॥
मिलता है सच्चा सुख केवल शिवजी तुम्हारे चरणों में ।
यह विनती है पल पल छिन की, रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में ॥
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