ऊपर पहाड़ नीचे कंकड़ हे शंकर कैसे करु तेरी पूजा,
सूझे उपाय ना दूजा हे शंकर कैसे करु तेरी पूजा…..
जल भरने मैं तो गंगा जी गयी थी,
वो भी है मछली का झूठा हे शंकर कैसे करु तेरी पूजा,
ऊपर पहाड़ नीचे कंकड़ हे शंकर कैसे करु तेरी पूजा…..
चंदन लेने मैं तो वन में गयी थी,
वो भी सर्पो का झूठा हे शंकर कैसे करु तेरी पूजा,
ऊपर पहाड़ नीचे कंकड़ हे शंकर कैसे करु तेरी पूजा…..
फूल तोड़ने मैं तो बगिया मैं गयी थी,
वो भी है भंवरे का झूठा हे शंकर कैसे करु तेरी पूजा,
ऊपर पहाड़ नीचे कंकड़ हे शंकर कैसे करु तेरी पूजा…..
गैया का दूध मैं कैसे चढ़ाऊ,
वो भी है बछड़े का झूठा हे शंकर कैसे करु तेरी पूजा,
ऊपर पहाड़ नीचे कंकड़ हे शंकर कैसे करु तेरी पूजा…..
दर्शन करने मैं तो मंदिर गयी थी,
वो तो माया का झूठा हे शंकर कैसे करु तेरी पूजा,
ऊपर पहाड़ नीचे कंकड़ हे शंकर कैसे करु तेरी पूजा…..
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