शम्भू की मस्ती में मन को डुबाया ,
शम्भू की माया में दिल को लगाया ,
शम्भू की छाया में खुद को बसाया ,
शम्भू को अपना हाथ थमाया ,
शम्भू हर रग में है तू ही तू ,
हर कण में तू ही तू,
जहां भी देखूं हरदम हरपल,दिखता बस तू ही तू।
शम्भू मेरा तू ही तू ,रग रग में तू ही तू…….

सबकी दुआ को सुनता शम्भू ,
हर दर्द का मरहम शम्भू ,
बिखरे को जोड़े शम्भू ,
सुख दुःख का साथी शम्भू ,
है सारे जहां में शम्भू ,
मेरे भी कर भी शम्भू ,
तेरे भी कर भी शम्भू ,
कहीं भी जाऊं कहीं भी देखूं, मिलता बस तू ही तू।
शम्भू मेरा तू…..

मेनें जब से होश संभाला ,
मैं शम्भू शम्भू बोलूं -2
मेरे हाथ में शिव की माला ,
मेरे साथ है डमरू वाला ,
क्यूँ न शिव शम्भू बोलूं-2
है चाँद सितारे शम्भू ,
है डमरू नगाड़े शम्भू ,
है हवा बहारें शम्भू ,
नदियों की धारा शम्भू ,
कुदरत का नज़ारा शम्भू ,
है रूह का सहारा शम्भू ,
है प्यार हमारा शम्भू,
जिस पल कोई काम न आया ,उस पल भी बस तू ही तू।
शम्भू मेरा तू….. ।

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