तुलसी रानी का विवाह है
सब बधाई गाओ री, हां बधाई गाओ री।
शालिग्राम जी को फूलो से
सजाकर लाओ जी।
शालिग्राम जी को फूलो से
सजाकर लाओ जी।।
तुलसी रानी का विवाह है
सब बधाई गाओ री, हां बधाई गाओ री ।
शालिग्राम जी को फूलो से सजाकर लाओ री ।
शालिग्राम जी को फूलो से सजाकर लाओ री ।
सजाकर लाओ री , हां सजाकर लाओ री ।।
तुलसी रानी का विवाह है
सब बधाई गाओ री, हां बधाई गाओ री ।
शालिग्राम जी को फूलो से सजाकर लाओ री ।
शालिग्राम जी को फूलो से सजाकर लाओ री ।।
कार्तिक मास ऐकादशी शुभघड़ी आई ।
कार्तिक मास ऐकादशी शुभघड़ी आई ।
हरी भरी धरती भी मन ही मन हरसाई ।
हरी भरी धरती भी मन ही मन हरसाई ।।
कार्तिक मास ऐकादशी शुभघड़ी आई ।
हरी भरी धरती भी मन ही मन हरसाई ।
हरी पटरानी अब यू ना शरमाओ री,
ना तुम लहराई री ।
शालिग्राम जी को फूलो से सजाकर लाओ री ।।
मंगल कलश लिए सखी द्वारे पर है डोले ।
मंगल कलश लिए सखी द्वारे पर है डोले ।
तुलसी देवी तुम्हे नमन है, हम सब अब ये बोले ।
तुलसी देवी तुम्हे नमन है, हम सब अब ये बोले ।।
मंगल कलश लिए सखी द्वारे पर है डोले ।
तुलसी देवी तुम्हे नमन है, हम सब अब ये बोले ।
सजके अंगना में सदा दरश दिखलाओ री,
दरश दिखलाओ री ।
शालिग्राम जी को फूलो से सजाकर लाओ री ।
सजाकर लाओ री , सजाकर लाओ री ।।
तुलसी रानी का विवाह है
सब बधाई गाओ री, हां बधाई गाओ री ।
शालिग्राम जी को फूलो से सजाकर लाओ री ।
शालिग्राम जी को फूलो से सजाकर लाओ री ।
शालिग्राम जी को फूलो से सजाकर लाओ री ।।
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