मान्ने रंग दो नाथ, थोरे रंग में xll-ll
^हो म्हारा, ठाकुर लक्ष्मी रे नाथ,
म्हारे, सिर पर राखो हाथ l
मेरी नाथ* वसो, म्हारे मन में,
मान्ने रंग दो नाथ, थोरे रंग में xll-ll

तेरा श्याम, रंग लागे प्यारा* ll
मेरी आँखों ने, इसको निहारा l
हो अब तो, वस जाओ मेरे नयन में l
हो म्हारा ठाकुर,,,,,,,,,,,,,,,,,F

भोर भोर मैं, द्वारे आवाँ* ll
चरणामृत, तुलसी पावाँ l
हो ऐसी लगन, लगाओ जीवन में l
हो म्हारा ठाकुर,,,,,,,,,,,,,,,,,F

थोरे रूप में, मैं खो जावाँ* ll
जब चाहवाँ, मैं दर्शन पावाँ l
हो ऐसी ज्योत, जलाओ ह्रदय में l
हो म्हारा ठाकुर,,,,,,,,,,,,,,,,,F

प्रीत राज मैं, जाऊँ बलिहारी* ll
आया नाथ, शरण मैं तिहारी l
हो अब तो रख लो, थोरी शरण में,
हो म्हारा ठाकुर,,,,,,,,,,,,,,,,,F

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