मेरे जीवन की एक वक्त के सत्य घटना को साझा करता ये गीत –

सहारे अब सभी छूटे ना कोई काम आया है,
पकड़कर प्रभु तेरा दामन तुझे अपना बनाया है।।

भरोसा दोस्तों पर था यकीनन काम आयेंगे,
मगर जब थी जरुरत तब हमें सबने भुलाया है।।

देखकर दौर मुश्किल का कलेजा कंप गया मेरा,
मदद मांगी मैने सबसे मगर कुछ ना पाया है।।

भूलकर स्वप्न सी दुनिया हकीकत में मुसीबत थी,
अचानक वक्त ने हमको मुकद्दर तक सताया है ।।

लौटकर इस जमाने से तेरे आंचल मे आया हूं,
आज ‘आर्यन’ ने ह्रदय का राज सारा बताया है ।।

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

कामिका एकादशी

बुधवार, 31 जुलाई 2024

कामिका एकादशी
मासिक शिवरात्रि

शुक्रवार, 02 अगस्त 2024

मासिक शिवरात्रि
हरियाली तीज

बुधवार, 07 अगस्त 2024

हरियाली तीज
नाग पंचमी

शुक्रवार, 09 अगस्त 2024

नाग पंचमी
कल्कि जयंती

शनिवार, 10 अगस्त 2024

कल्कि जयंती
पुत्रदा एकादशी

शुक्रवार, 16 अगस्त 2024

पुत्रदा एकादशी

संग्रह