ॐ आं ह्लीं क्रों हुं फट् स्वाहा॥
ह्लीं बगलामुखी विद्महे दुष्टस्तंभनी धीमहि तन्नो देवी प्रचोदयात्॥
ॐ आं ह्लीं क्रों॥
ह्रीं क्लीं ह्रीं बगलामुखि ठः॥
ॐ ह्रीं स्त्रीं हुं फट्॥
ॐ ह्लीं ॐ॥
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ॐ आं ह्लीं क्रों हुं फट् स्वाहा॥
ह्लीं बगलामुखी विद्महे दुष्टस्तंभनी धीमहि तन्नो देवी प्रचोदयात्॥
ॐ आं ह्लीं क्रों॥
ह्रीं क्लीं ह्रीं बगलामुखि ठः॥
ॐ ह्रीं स्त्रीं हुं फट्॥
ॐ ह्लीं ॐ॥
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मंगलवार, 14 जनवरी 2025
मकर संक्रांतिमंगलवार, 14 जनवरी 2025
पोंगलमंगलवार, 14 जनवरी 2025
उत्तरायणशनिवार, 25 जनवरी 2025
षटतिला एकादशीरविवार, 02 फरवरी 2025
बसंत पंचमीशनिवार, 08 फरवरी 2025
जया एकादशी