जो खाली झोली लै आवे ओहदी भरपूर करदा है
जो खाली झोली लै आवे ओदी भरपूर करदा है…. जिनां सतगुरु मनाया है, ओहदा रब रूस नहीं सकदा,जो है मंजूर सतगुरु नूँ, ओ रब मंजूर करदा है,जो खाली झोली लै आवे…… सिधक वालों जरुरी नहीं...
जो खाली झोली लै आवे ओदी भरपूर करदा है…. जिनां सतगुरु मनाया है, ओहदा रब रूस नहीं सकदा,जो है मंजूर सतगुरु नूँ, ओ रब मंजूर करदा है,जो खाली झोली लै आवे…… सिधक वालों जरुरी नहीं...
दाता रख चरणा दे कोलचरणा च मौज बड़ी,दाता रख चरणा दे कोल,चरणा च मौज बड़ी….. जदो दा मैं तेरा दर्शन किता,प्रेम प्याला भर के पीता,तेरा दर्शन सोणा लगदा,चरणा दी मौज बड़ी,दाता रख चरणा दे कोल…....
तेरे सोणे सोणे दर्शन पावा,आनंदपुर रेहन वालया,तेरे दर दा मैं मंगता कहावा,आनंदपुर रेहन वालया……. चरना दी धूल मथे नाल लावा मैं,लख लख वारी तेरा शुकर मनावा मैं,हर साह नाल गुण तेरे गावा,आनंदपुर रेहन वालया,तेरे सोणे...
मेरे गुरुदेव की मुझ पर कृपा एक बार हो जाये, एक बार हो जाये,लगा लू रज मे चरणों की मेरा उद्धार हो जाये….. मेरे हो तुम गूरूदेवा लगाकर मन करूँ सेवा,जगा दो ज्ञान की ज्योति,...
तेरा प्यार पाके हमने, सब कुछ ही पा लिया है,तेरे दर पे आके हमने, सर को झुका लिया है,तेरा प्यार पाके हमने…… आवागमन की गलियां, नाहक बुला रही थी,जीवन मरण का झूला, हमको झूला रही...
म्हारी नजरा मोती आया, म्हारी नजरा मोती आया,सदगुरु न शब्द बताया, म्हारी नजरा मोती आया,म्हारी नजरा मोती आया….. ऐना बारीक नजर नहीं आवे,अरे मैं चित देखूं उत छाया,म्हारी नजरा मोती आया….. कंकर पत्थर की मत...
( गुरु बिन ज्ञान न उपजे,गुरु बिन मिटे न भेद,गुरु बिन संशय न मिटे,जय जय जय गुरु देव॥ ) एक निरंजन ध्याऊं गुरुजी मैं तो एक निरंजन ध्याऊं,दुजे के संग नहीं जाऊं गुरुजी, मैं तो...
म्हाने तारेगो जी तारेगो…… गुरु रो भरोसो आप म्हाने तारेगो जी,सगला सज्जनो मिलकर सुणजो,गुरु रे ही साथे नाता जोड़ दो,सुधरे सगला ही काज,म्हाने तारेगो जी तारेगो…… जीवन है पल भर की घड़िया,गुरु रे प्रेम री...
सन्ता रे चरणा में चित्त म्हारो लागियो….. सन्ता रे चरणा में चित्त म्हारो लागियो,सन्ता रे शरणा में आनन्द पाये,भीगी-भीगी,,भीगी भीगी गेरुए रंग म्हारी चुनरी,गुरुवर री मेहर हुई जो बरसाए,सन्ता रे चरणा में…… मन अति प्रसन्न...
बय्या पकड़ गुरुदेव री…. बय्या पकड़ गुरुदेव री हो जावेगो भवपार रे,भवसागर गहरो घणो गुरु बिन नहीं उतरे पार…. रोम-रोम में सुमिरण करतो, गाइजे हरि रो नाम रे,वेद- सुरतियाँ गावे रे, प्रभु आसी थारे काम,बय्या...
हनुमान के सीने में ज्यूं सीता राम बसे हैंनीम करौली बाबा के तन मन हनुमान बसे हैं जैसे हनुमत राम को भजते ,बार बार गुण उनका गावेबाबा जी भी रूप उसी का, राम राम बस...
दोहा: बिना नयन पावे नहीं,बिना नयन की बात।सैवे सदगुरु के चरण, सो पावे साक्षात।।तुम्हारे प्यार ने गुरुवर हमको तुमसे जोड़ा है।तुम्हारे प्यार के बल पर सभी भोगों को छोड़ा है।तुम्हारे प्यार ने गुरुवर…(1)तुम्ही तीरथ हो...