आला रे आला गणपति मौर्या

आला रे आला गणपति आला,
दयालु कृपालु बड़े दिल वाला,
ले आओ लड्डू और फूल माला………

घरघर आज खुशिया है छाई,
गणपति की मूरत घर मे जो आई,
मिलजुलकर लोग दे रहे बधाई,
सारा जहा गणपति को पूजे,
चाहे हो मुबई या पटियाला,
आला रे आला गणपति आला…..

कोई जल चढ़ाते तो कोई मेवा,
हर कोई गणपति करता है सेवा,
गुज रहा है जय जय जय देवा,
गणपति बप्पा जय देवा जय देवा,
आया है सबको सुख देने वाला,
सबका विध्न हरने वाला,
आला रे आला गणपति आला………

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

उत्पन्ना एकादशी

शनिवार, 15 नवम्बर 2025

उत्पन्ना एकादशी
मोक्षदा एकादशी

सोमवार, 01 दिसम्बर 2025

मोक्षदा एकादशी
मार्गशीर्ष पूर्णिमा

गुरूवार, 04 दिसम्बर 2025

मार्गशीर्ष पूर्णिमा
सफला एकादशी

सोमवार, 15 दिसम्बर 2025

सफला एकादशी
गुरु गोविंद सिंह जयंती

शनिवार, 27 दिसम्बर 2025

गुरु गोविंद सिंह जयंती
पौष पूर्णिमा

शनिवार, 03 जनवरी 2026

पौष पूर्णिमा

संग्रह