विघ्नहरण मंगलकरणय मां गिरजा के लाल
अरे पृथ्वी लोक में आईके, कैसा किया कमाल

गणपति बाप्पा आगये रे, मौका पे चौका लगा गए रे
मौका पे चौका लगा गए बब्बा, मौका पे चौका लगा गए रे
गणपति बाप्पा….

सब देवों में जंग छिड़ी है,प्रथम पूज्य की होड़ लगी है
शिव गौरा के चरण मना लये रे,मौका पे चौका लगा गये रे
गणपति बाप्पा ….

व्यास मुनि गणपति को मनाये, चार वेद छै शास्त्र लिखाये
देखो ज्ञानी गुणी चकरा गए रे, मौका पे चौका लगा गए रे
गणपति बाप्पा…

एक दिन गौ मुख में भओ दंगा, पी गए गणपति पूरी गंगा
स्वामी लंबोदर कहला गए रे,मौका पे चौका लगा गए रे
गणपति बाप्पा…

सिंधुरासुर मार गिराया, कर लई है सिंदूरी काया
अपने भक्तों के भाग्य जगा गए रे, मौका पे चौका लगा गए रे
गणपति बाप्पा….

Author: उदय लकी सोनी, गोविंद सिंह बेनाम

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