गौरी नंदन थारो अभिनंदन,
करे सारो परिवार,
गजानन आन पधारो,
लड़ावा लाड़ मैं थारो,
गजानन आन पधारो,
लड़ावा लाड़ मैं थारो ॥
बल और बुद्धि को तो,
थारो भंडार है,
तीनो लोक में पहलो,
थारो अधिकार है,
थारी पूजा सबसे पहले,
करे सारो संसार,
गजानन आन पधारो,
लड़ावा लाड़ मैं थारो,
गजानन आन पधारो,
लड़ावा लाड़ मैं थारो ॥
विघ्न विनाशक सारी,
विपदा मिटाओ,
रिद्धि सिद्धि सागे लेकर,
म्हारे घरा आओ,
काम कोई भी करने से पहले,
पड़े थारी दरकार,
गजानन आन पधारो,
लड़ावा लाड़ मैं थारो,
गजानन आन पधारो,
लड़ावा लाड़ मैं थारो ॥
चंदन की चौकी पर म्हे,
थाने बिठावा,
तिलक लगावा ‘भक्ता’,
हार पहनावा,
मोदक लड्डूवा को भोग लगावा,
कर लीजो स्वीकार,
गजानन आन पधारो,
लड़ावा लाड़ मैं थारो,
गजानन आन पधारो,
लड़ावा लाड़ मैं थारो ॥
गौरी नंदन थारो अभिनंदन,
करे सारो परिवार,
गजानन आन पधारो,
लड़ावा लाड़ मैं थारो,
गजानन आन पधारो,
लड़ावा लाड़ मैं थारो ॥
Author: Guru Ashish