करो विनती मेरी स्वीकार

गजानन आ जाओ इक बार,
करो विनती मेरी स्वीकार…..

शिव के नंदन हे दुख भंजन,
करो मुझपे भी उपकार,
करो विनती मेरी स्वीकार,
गजानन आ जाओ इक बार……

तुम विनायक हो सबके सहायक,
स्वामी तुम ही हो सृजनहार,
करो विनती मेरी स्वीकार,
गजानन आ जाओ इक बार…..

समय बुरा ना आए कभी उसका,
भगवन तुमको ध्याये जो बारंबार,
करो विनती मेरी स्वीकार,
गजानन आ जाओ इक बार……

हे गजवंदन करूं मैं भी नित वंदन,
हरो मेरे भी दुखों का भार,
करो विनती मेरी स्वीकार,
गजानन आ जाओ इक बार…..

ज्योतिर्मयी प्रभु छवि तुम्हारी,
करो दूर सब अंधियार,
करो विनती मेरी स्वीकार,
गजानन आ जाओ इक बार……

गणनायक जननायक हो तुम,
तुम्हारे चरणों में खुशियों का अम्बार,
करो विनती मेरी स्वीकार,
गजानन आ जाओ इक बार……

आनंद हो नाथ परमानंद तुम,
स्वामी हो सब सुखों का सार,
करो विनती मेरी स्वीकार,
गजानन आ जाओ इक बार…..

विघ्नहर्ता विघ्न तुम हरते,
भव से तुम ही तो लगाते पार,
करो विनती मेरी स्वीकार,
गजानन आ जाओ इक बार…..

आकर थामों पतवार मेरी भी,
प्रभु जी करो मेरा भी उद्धार,
प्रभु जी करो राजीव का भी उद्धार,
करो विनती मेरी स्वीकार,
गजानन आ जाओ इक बार…..

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

अपरा एकादशी

शुक्रवार, 23 मई 2025

अपरा एकादशी
शनि जयंती

मंगलवार, 27 मई 2025

शनि जयंती
निर्जला एकादशी

शुक्रवार, 06 जून 2025

निर्जला एकादशी
ज्येष्ठ पूर्णिमा

बुधवार, 11 जून 2025

ज्येष्ठ पूर्णिमा
योगिनी एकादशी

शनिवार, 21 जून 2025

योगिनी एकादशी
देवशयनी एकादशी

रविवार, 06 जुलाई 2025

देवशयनी एकादशी

संग्रह