मेरा रूठे ना गणपत प्यारा

मेरा रूठे ना गणपत प्यारा,
चाहे सारा जग रूठे।।

मैं हु तेरी तू है मेरा,
हो जाये तुमसे प्यार घनेरा,
है तेरे बिना अँधियारा,
चाहे सारा जग रूठे,
मेरा रूठे ना गणपत प्यारा,
चाहे सारा जग रूठे।।

मन मंदिर में ज्योत जगादे,
मुझमे अपना प्रेम बड़ादे,
तेरे प्रेम ने सबको तारा,
चाहे सारा जग रूठे,
मेरा रूठे ना गणपत प्यारा,
चाहे सारा जग रूठे।।

तेरे बिना मैं जी ना पाऊ,
तेरे चरणों में रहना चाहु,
अब तू ही सिर्फ हमारा,
चाहे सारा जग रूठे,
मेरा रूठे ना गणपत प्यारा,
चाहे सारा जग रूठे।।

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

ज्येष्ठ पूर्णिमा

बुधवार, 11 जून 2025

ज्येष्ठ पूर्णिमा
योगिनी एकादशी

शनिवार, 21 जून 2025

योगिनी एकादशी
देवशयनी एकादशी

रविवार, 06 जुलाई 2025

देवशयनी एकादशी
गुरु पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

गुरु पूर्णिमा
आषाढ़ पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

आषाढ़ पूर्णिमा
कामिका एकादशी

सोमवार, 21 जुलाई 2025

कामिका एकादशी

संग्रह