सब देवो में प्यारे हो गणपति देव हमारे हो
गोरा माँ के डुलारे हो भगतो के रखवाले हो
कितने दिनों से मैंने पूजा की है
आज पहली बार कुछ मांग की है

क्यों मुझे तुम तडपा रहे हो मन मेरा कही लगता नही
मैं राही हु भटकता याहा मैं तरस आता मुझपे नही
राहे देख रहा हु तेरा पूजा सफल बना दो मेरा
कितने दिनों से मैंने पूजा की है
आज पहली बार कुछ मांग की है

सुना सुना मेरी जींदगी है सुनी दुनिया में अलख जगा दो
अर्ज तुम से करू गनपति जी दुःख है जो दूर भगा दो
गणपति भप्पा तेरा नाम सब के बना ते बिगड़े काम
कितने दिनों से मैं पूजा की है
आज पहली बार कुछ मांग की है

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

वरुथिनी एकादशी

गुरूवार, 24 अप्रैल 2025

वरुथिनी एकादशी
मोहिनी एकादशी

गुरूवार, 08 मई 2025

मोहिनी एकादशी
वैशाखी पूर्णिमा

सोमवार, 12 मई 2025

वैशाखी पूर्णिमा
अपरा एकादशी

शुक्रवार, 23 मई 2025

अपरा एकादशी
शनि जयंती

मंगलवार, 27 मई 2025

शनि जयंती
निर्जला एकादशी

शुक्रवार, 06 जून 2025

निर्जला एकादशी

संग्रह