आओ मेरे शिव गोरा दे लाल,
आओ मेरे गणपति जी महाराज,
आओ मेरे शिव गोरा दे लाल,
सब तो पहला तुम्हे मनाये,
सब तो पहला सुनेहा पाए आप गणपत जी महाराज,
सब के काज स्वारो मेरे गणपत जी महाराज,

चार बुजा गजवंदन तुम हो इक दंत बलशाली तुम हो,
तीन लोक चार दिशा में सब दुनिया के मालक तुम हो,
हूँ ते लडडुआ दा भोग ले आवे लाओ गणपति जी महाराज,
सब के काज स्वारो मेरे गणपत जी महाराज,

सब नू चढ़ गई नाम खुमारी गणपति बोले बाबा दुनिया सारी,
करते है मुसक की है सवारी चरनी लगती है दुनिया सारी,
चारे पासे रंग गुलाल उड़ावे आओ गणपत जी महाराज,
सब के काज स्वारो मेरे गणपत जी महाराज,

ब्रह्मा विष्णु और शिव शंकर आउंदे ने दरबार ते चल के,
संगत नाम दी दीवानी होउ तेरे नाम दी माला जप कर,
हूँ सहानी भी आवाज मारे आओ गणपत जी महाराज,
सब के काज स्वारो मेरे गणपत जी महाराज,

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