सबकी बिगड़ी बनाते हो

सबकी बिगड़ी बनाते हो,
देवा सबके मन भाते हो।।

महादेव के लाडले हो,
गौरा मईया के तारे हो,
महादेव जी के चरणों में,
गौरा मईया जी के चरणों में,
देवा शीश झुकाते हो ।।

रिद्धि सिद्धि के स्वामी,
सबपे किरपा बरसाते हो,
दुःख हरता कहलाते हो,
दुःख को जड़ से मिटाते हो ।।

दर से खाली कोई भी देवा के ना जाता है,
भर के झोली खुशियों से देवा के गुण गाता है,
बिटिया ‘प्रियंका’ पर देवा अपनी किरपा बरसाते हो ।।

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

छठ पूजा

मंगलवार, 28 अक्टूबर 2025

छठ पूजा
कार्तिक पूर्णिमा

बुधवार, 05 नवम्बर 2025

कार्तिक पूर्णिमा
उत्पन्ना एकादशी

शनिवार, 15 नवम्बर 2025

उत्पन्ना एकादशी
मोक्षदा एकादशी

सोमवार, 01 दिसम्बर 2025

मोक्षदा एकादशी
मार्गशीर्ष पूर्णिमा

गुरूवार, 04 दिसम्बर 2025

मार्गशीर्ष पूर्णिमा
सफला एकादशी

सोमवार, 15 दिसम्बर 2025

सफला एकादशी

संग्रह