तेरी जय हो गणेश तेरी जय हो गणेश,
कारज सारे सिद्धि करो मेरे मन में करो प्रवेश,
तेरी—–

सबसे पहले पूजा तुम्हारी करती दुनियां सारि है ,
सबसे अलग ओ सबसे न्यारी मूषक तेरी सवारी है ,
जो भी याद करे प्रभु उसकी कटते सकल कलेश ,
तेरी —–

माता पिता के आप दुलारे लगते भोले भाले हो,
बिगड़े काम बनाने वाले विघ्न को हरने वाले हो,
गौरा जिनकी माता है पिता हैं तेरे महेश ,
तेरी —–

रघुवीर बैठा आश लगाये प्रभु जी आप पधारिये,
हम भी आये प्रेम भाव से जीवन मेरा संवारिये ,
ध्यान रहे तेरा मन मेरे दो ऐसा उपदेश ,
तेरी—–

Author: रघुवीर पाण्डेय

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