इस दुनिया में हम भगतो के रंग निराले है,
हम गुरु के प्यारे हैं हम सतगुरु के प्यारे हैं,
सुनो जी हम प्रभु जी वाले है,
प्रभु के रंग निराले है,
हम सतगुरु के प्यारे हैं हम सतगुरु के प्यारे हैं…..
अपनी अपनी मस्ती में सब नाच रहे है दीवाने,
एसी मस्ती चडी है हम को हम तो हो गए मस्ताने,
प्रभु के दर पे आते है वो किस्मत वाले है,
हम गुरु के प्यारे हैं सतगुरु के प्यारे हैं,
प्रभु के रंग निराले है……
रूप गुरु का धार के आये, भक्तों का कल्याण किया,
जो इनके दर पर आए, उनको भव से है पार किया,
हम भगतो के इस दुनिया में, प्रभु रखवाले है,
हम गुरु के प्यारे हैं सतगुरु के प्यारे हैं,
प्रभु के रंग निराले है……
प्रभु का नाम बोले दिल के इक इक तार में,
दास दीवाने बन के नाचे इनके सोहने दरबार में,
दुनिया को जो खुशियाँ बांटे प्रभु दिल वाले है
हम गुरु के प्यारे हैं सतगुरु के प्यारे हैं,
प्रभु के रंग निराले है……
Author: Unknown Claim credit