मनवा सतगुरु सेवा कीजे, लीजे भली बुरी पहचान,
मनवा सतगुरु सेवा कीजे, लीजे भली बुरी पहचान….
भवसागर की भूल भुलैया, भटक रह्यो अनजान,
सतगुरु साँची राह दिखासी, देसी अमृत ज्ञान,
मनवा सतगुरु सेवा कीजे, लीजे भली बुरी पहचान….
गुरु सम देव नहीं कोई दूजा, गुरु बिना मिले ना ज्ञान,
गुरु गोविन्द का दरश करादे, नहीं कोई गुरु समान,
मनवा सतगुरु सेवा कीजे, लीजे भली बुरी पहचान….
गुरु पद पावन पंकज राज से, मिटे मोह अज्ञान,
‘रामावतार’ शरण सतगुरु की, कर जीवन कल्याण,
मनवा सतगुरु सेवा कीजे, लीजे भली बुरी पहचान….
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