मेरी लगी गुरु संग प्रीत, ये दुनिया क्या जाने,
क्या जाने भई क्या जाने, क्या जाने भई क्या जाने,
मुझे मिल गया मन का मीत, ये दुनिया क्या जाने,
मेरी लगी गुरु संग प्रित, ये दुनिया क्या जाने।।

बाजी जब गुरुवर से लगाई, पलट गया पासा मेरे भाई,
मेरी हार हो गई जीत, ये दुनिया क्या जाने,
मुझे मिल गया मन का मीत, ये दुनिया क्या जाने,
मेरी लगी गुरु संग प्रित, ये दुनिया क्या जाने।।

प्रीतम ने खुद प्रेम जताया, करके इशारा पास बुलाया,
है प्रेम की उलटी रीत, ये दुनिया क्या जाने,
मुझे मिल गया मन का मीत, ये दुनिया क्या जाने,
मेरी लगी गुरु संग प्रित, ये दुनिया क्या जाने।।

ताल अलग है राग अलग है, ये वैराग अनुराग अलग है,
मन गाए किसके गीत, ये दुनिया क्या जाने,
मुझे मिल गया मन का मीत, ये दुनिया क्या जाने,
मेरी लगी गुरु संग प्रित, ये दुनिया क्या जाने।।

सत्संगी होकर जो सीखा, काम क्रोध खोकर जो सीखा,
कैसा है ये संगीत, ये दुनिया क्या जाने,
मुझे मिल गया मन का मीत, ये दुनिया क्या जाने,
मेरी लगी गुरु संग प्रित, ये दुनिया क्या जाने।।

मेरी लगी गुरु संग प्रीत, ये दुनिया क्या जाने,
क्या जाने भई क्या जाने, क्या जाने भई क्या जाने,
मुझे मिल गया मन का मीत, ये दुनिया क्या जाने,
मेरी लगी गुरु संग प्रित, ये दुनिया क्या जाने।।

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

ज्येष्ठ पूर्णिमा

बुधवार, 11 जून 2025

ज्येष्ठ पूर्णिमा
योगिनी एकादशी

शनिवार, 21 जून 2025

योगिनी एकादशी
देवशयनी एकादशी

रविवार, 06 जुलाई 2025

देवशयनी एकादशी
गुरु पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

गुरु पूर्णिमा
आषाढ़ पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

आषाढ़ पूर्णिमा
कामिका एकादशी

सोमवार, 21 जुलाई 2025

कामिका एकादशी

संग्रह