नशा चढ़या नाम दा तेरे की लोकी कहन्दे भंग चढ़ गई,
जपा नाम तेरा शाम सवेरे की लोकी कहन्दे भंग चढ़ गई॥

मैं ते महिमा तेरी गावा, ऐ लोका नू किंज समझावां,
कोई समझ ना आवे मेरे कि लोकी कहन्दे भंग चढ़ गई,
नशा चढ़या नाम दा तेरे की लोकी कहन्दे भंग चढ़ गई॥

तैनू दिल दे विच वसा के, महिमा तेरी सोणी गा के,
मुक जान चौरासी वाले गेड़े की लोकी कहन्दे भंग चढ़ गई,
नशा चढ़या नाम दा तेरे की लोकी कहन्दे भंग चढ़ गई॥

जदो नाम दा प्याला पीता, प्रभु दी महिमा गाना सिखया,
मेरे कर दे दूर हनेरे की लोकी कहन्दे भंग चढ़ गई,
नशा चढ़या नाम दा तेरे की लोकी कहन्दे भंग चढ़ गई,
जपा नाम तेरा शाम सवेरे की लोकी कहन्दे भंग चढ़ गई,
नशा चढ़या नाम दा तेरे की लोकी कहन्दे भंग चढ़ गई॥

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