चरखले वाली तेरा चरखा बोले सतनाम,
9 महीना में खाली घर में मैंने चरखा करो तैयार
चरखले वाली तेरा चरखा बोले सतनाम….

चतुर बढ़ाई के ने ऐसो मड दिया,
याके ऊपर मढ़ दियो चाम,
चरखले वाली तेरा चरखा बोले सतनाम….

20 तो यामें लगी रे पंखुड़ी,
याके रोम रोम हरिराम,
चरखले वाली तेरा चरखा बोले सतनाम….

सत्यनाम को तकुआ मंगाया,
यामैं बीच गेर दिए तार,
चरखले वाली तेरा चरखा बोले सतनाम….

चरखा कात मैंने पीदिया उतारी,
वह झटपट लइ उतार,
चरखले वाली तेरा चरखा बोले सतनाम….

लोभ मोह के गूंजे लगाए,
याए कुतर कुतर के खाएं,
चरखले वाली तेरा चरखा बोले सतनाम….

कहत कबीर सुनो भाई साधु,
यह चरखा रखो ना जाए,
चरखले वाली तेरा चरखा बोले सतनाम….

चरखा बनाया कबीर दास ने,
या की आभा से मन मिल जाए,
चरखले वाली तेरा चरखा बोले सतनाम….

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

वरुथिनी एकादशी

गुरूवार, 24 अप्रैल 2025

वरुथिनी एकादशी
मोहिनी एकादशी

गुरूवार, 08 मई 2025

मोहिनी एकादशी
वैशाखी पूर्णिमा

सोमवार, 12 मई 2025

वैशाखी पूर्णिमा
अपरा एकादशी

शुक्रवार, 23 मई 2025

अपरा एकादशी
शनि जयंती

मंगलवार, 27 मई 2025

शनि जयंती
निर्जला एकादशी

शुक्रवार, 06 जून 2025

निर्जला एकादशी

संग्रह