तेरे उत्ते तेरे उत्ते आस रखदे,
आस रखदे ने भगत प्यारे,
सारी रात जागरण विच दातया,
तेरे नाम दे बोलन जयकारे……

तेरे आऊंन वाली आस लाई दातया,
श्रद्धा नाल ज्योत मैं जगाई दातया,
आजा तुसी देर क्यों लगाई दातया,
लखां भगतां दे काज सवारे,
सारी रात जागरण विच दातया,
तेरे नाम दे बोलन जयकारे……

कार दी सवारी कर आजा दातया,
भगता नू दर्श दिखा जा दातया,
इक वारी बिगड़ी बना जा दातया,
अज्ज करदे उडीका सारे,
सारी रात जागरण विच दातया,
तेरे नाम दे बोलन जयकारे……

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