तूफानों ने घेरा फिर भी नांव तो चली
आसरे तुम्हारे बजरंगबली
राम राम राम धुन गाते ये चली
आसरे तुम्हारे बजरंगबली

लाल लगोंटा हाथों में सोटा
होठों पे महिमा श्री राम की
अंजना मां के प्यारे दुलारे
जयकारें गूंजे तेरे नाम की
भूत प्रेत बाधा सब चीरते चली
आसरे तुम्हारे बजरंगबली

लाल सिंदूरी चौला चढ़ाऊं
चंपा चमेली गुलाबों का हार
भोग लगाऊं, बीड़ा खिलाऊं
खुशियों की घर में छाई बहार
ताले तक़दीरों के ये खोलते चली
आसरे तुम्हारे बजरंगबली

ऐसे ही रखना ये हाथ सर पे
“लहरी” मैं तेरा हूं, तेरा रहूं
मांझी मेरे हो, परिवार के तुम
हरदम कृपा ये पाता रहूं
ले चलो मुझे भी, सियाराम की गली
आसरे तुम्हारे बजरंगबली

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

कालभैरव जयंती

शुक्रवार, 22 नवम्बर 2024

कालभैरव जयंती
उत्पन्ना एकादशी

मंगलवार, 26 नवम्बर 2024

उत्पन्ना एकादशी
मासिक शिवरात्रि

शुक्रवार, 29 नवम्बर 2024

मासिक शिवरात्रि
गीता जयंती

बुधवार, 11 दिसम्बर 2024

गीता जयंती
मोक्षदा एकादशी

बुधवार, 11 दिसम्बर 2024

मोक्षदा एकादशी
दत्तात्रेय जयंती

शनिवार, 14 दिसम्बर 2024

दत्तात्रेय जयंती

संग्रह