बालाजी मुझे राम मिलन की आस बता दो कब मिलवाओगे,
बालाजी मुझे राम मिलन की आस बता दो कब मिलवाओगे………
राम रटा था जब शबरी ने,
छोड़ के आए राम नगरी ने,
अरे वो तो रघुनन्दन की दास,
बता दो कब मिलवाओगे…….
सुग्रीव राजा को जाने ज़माना,
तेरे कारण हुआ उस से याराना,
बाली की काट दी साँस,
बता दो कब मिलवाओगे……
रावण को वो भाई विभीषण,
रहा करे था वो दिशा दक्षिण,
हाय वो रहा राम के पास,
बता दो कब मिलवाओगे…..
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