मन हो जा दीवाना रे बाला जी के चरणों में,
तू कर ले ठिकाना रे हनुमान जी के चरणों में,
मन हो जा दीवाना रे…..
पिता पवन अंजनी महतारी,
शिव शंकर के तुम अवतारी,
सारा झुकता जमाना रे, हनुमान जी के चरणों में,
मन हो जा दीवाना रे…..
अष्ट सिद्धि नव निधि के दाता,
भक्तों के अटके काम बनाता,
कभी अर्जी लगाना रे, हनुमान जी के चरणों में,
मन हो जा दीवाना रे…..
निर्धन को धनवान बनाता,
निर्बल को बलवान बनाता,
भरा रहता खजाना रे, हनुमान जी के चरणों में,
मन हो जा दीवाना रे…..
तन के सारे रोग मिटाता,
भवर से नैया पार लगाता,
मेरी बिनती सुनाना रे, हनुमान जी के चरणों में,
मन हो जा दीवाना रे…..
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