राम नाम को जपता सुबहो शाम है

राम नाम को जपता सुबहो शाम है,
ऐसा मेरा बजरंग बलि हनुमान है,
मेरा हनुमान है वो जपता राम है,
राम नाम को जपता सुबहो शाम है,

पवन पुत्र अंजनी का लाला पल में
संकट हरने वाला,
करता नहीं इक पल का भी आराम है,
ऐसा मेरा बजरंग बलि हनुमान है,
राम नाम को जपता सुबहो शाम है,

शंकर का है ये अवतारी
इस की महिमा सब से भारी,
भगतो का हर पल रखता ये ध्यान है,
ऐसा मेरा बजरंग बलि हनुमान है,
राम नाम को जपता सुबहो शाम है,

इनको खुश करना हो प्यारे
राम नाम तू जपले प्यारे,
खुश होते जो जपता राम नाम है,
ऐसा मेरा बजरंग बलि हनुमान है,
राम नाम को जपता सुबहो शाम है,

कृष्ण तेरा हुआ दीवाना
गाये बस अब तेरा तराना,
जीतू की तुझसे ही तो पहचान है,
ऐसा मेरा बजरंग बलि हनुमान है,
राम नाम को जपता सुबहो शाम है

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

ज्येष्ठ पूर्णिमा

बुधवार, 11 जून 2025

ज्येष्ठ पूर्णिमा
योगिनी एकादशी

शनिवार, 21 जून 2025

योगिनी एकादशी
देवशयनी एकादशी

रविवार, 06 जुलाई 2025

देवशयनी एकादशी
गुरु पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

गुरु पूर्णिमा
आषाढ़ पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

आषाढ़ पूर्णिमा
कामिका एकादशी

सोमवार, 21 जुलाई 2025

कामिका एकादशी

संग्रह