जहाँ बिराजे शीश के दानी मेरे बाबा श्याम

जहाँ बिराजे शीश के दानी,
मेरे बाबा श्याम,
दीवाने मुझे ले चल खाटु धाम,
दीवाने मुझे ले चल खाटु धाम……

तन मन धन सब इनके अर्पण,
जीवन भी है इनको समर्पण,
मन मंदिर में छवि निरखु मैं,
मन मंदिर में छवि निरखु मैं,
इनकी आठों याम,
दीवाने मुझे ले चल खाटु धाम,
दीवाने मुझे ले चल खाटु धाम…….

श्याम हमारे भोले भाले,
अपने भक्तो के रखवाले,
ऐसे देव दयालु के मेरे,
ऐसे देव दयालु के मेरे,
चरणों में परणाम,
दीवाने मुझे ले चल खाटु धाम,
दीवाने मुझे ले चल खाटु धाम…….

श्याम भरोसा श्याम सहारा,
जीवन नाव का खेवनहारा,
चौखट पर बस टेक लो माथा,
चौखट पर बस टेक लो माथा,
बनेंगे बिगड़े काम,
दीवाने मुझे ले चल खाटु धाम,
दीवाने मुझे ले चल खाटु धाम……

श्याम वरण पर घोरे मनके,
दानी है महाभारत रण के,
श्याम प्रभु जीवन धन मेरे,
श्याम प्रभु जीवन धन मेरे,
आन बान और शान,
दीवाने मुझे ले चल खाटु धाम,
दीवाने मुझे ले चल खाटु धाम……..

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

छठ पूजा

मंगलवार, 28 अक्टूबर 2025

छठ पूजा
कार्तिक पूर्णिमा

बुधवार, 05 नवम्बर 2025

कार्तिक पूर्णिमा
उत्पन्ना एकादशी

शनिवार, 15 नवम्बर 2025

उत्पन्ना एकादशी
मोक्षदा एकादशी

सोमवार, 01 दिसम्बर 2025

मोक्षदा एकादशी
मार्गशीर्ष पूर्णिमा

गुरूवार, 04 दिसम्बर 2025

मार्गशीर्ष पूर्णिमा
सफला एकादशी

सोमवार, 15 दिसम्बर 2025

सफला एकादशी

संग्रह