बाबा श्याम के दरबार मची होली

बाबा श्याम के दरबार में मची है होली बाबा श्याम के,
नंदलाल के दरबार मची है होली नंदलाल के….

के मन लाल गुलाल उड़ता है,
के मन केसर कस्तूरी बाबा श्याम के,
बाबा श्याम के दरबार में मची है होली….

सो मन लाल गुलाल उड़त है,
दश मन केसर कस्तूरी बाबा श्याम के,
बाबा श्याम के दरबार में मची है होली….

कितने बरस के कुवर कन्हैया,
कितने बरस की है राधा गोरी बाबा श्याम के,
बाबा श्याम के दरबार में मची है होली….

8 बरस को कुवर कन्हैया,
16 बरस की है राधा गोरी बाबा श्याम के,
बाबा श्याम के दरबार में मची है होली….

कुण्या जी के हाथ में है रंग को कटोरे रे,
कुण्या जी के हाथ में है पिचकारी रे,
बाबा श्याम के……

का उड़ा रे हाथ में है रंग को कटोरे रे,
राधा जी के हाथ मे है पिचकारी रे,
बाबा श्याम के……

सिंगर व लिरिक्स.. नवरत्न पारीक सुजानगढ़

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

ज्येष्ठ पूर्णिमा

बुधवार, 11 जून 2025

ज्येष्ठ पूर्णिमा
योगिनी एकादशी

शनिवार, 21 जून 2025

योगिनी एकादशी
देवशयनी एकादशी

रविवार, 06 जुलाई 2025

देवशयनी एकादशी
गुरु पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

गुरु पूर्णिमा
आषाढ़ पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

आषाढ़ पूर्णिमा
कामिका एकादशी

सोमवार, 21 जुलाई 2025

कामिका एकादशी

संग्रह