चुपचाप बैठे सरकार थोड़ा वक़्त निकालो मेरे वासते

चुपचाप बैठे सरकार थोड़ा वक़्त निकालो मेरे वासते

चुपचाप बैठे सरकार थोड़ा वक़्त निकालो मेरे वासते,

तुमने भुलाया हम चले तेरे द्वार पर बाबा,

दर पे भूलके मुख को छुपाके बैठे क्यों मेरे बाबा,

डोर करो न एक बार थोड़ा वक़्त निकालो मेरे वास्ते,

चुपचाप बैठे सरकार….

कितनी परीक्षा बाबा लिख दी है तूने भाग्ये में मेरे,

अफ़सोस है ये डूब रही है नाइयाँ सामने तेरे,

हसने लगा है संसार,

थोड़ा वक़्त निकालो मेरे वासते,

चुपचाप बैठे सरकार….

हमको लगाए चौकठ तुम्हारी होगी मेरा किनारा,

हालत तो देखो दर पे हु तेरे फिर भी ढूंढू सहारा,

भक्ति हुई है शर्म सार,

थोड़ा वक़्त निकालो मेरे वासते,

चुपचाप बैठे सरकार….

Author: Sanjay Mittal

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

ज्येष्ठ पूर्णिमा

बुधवार, 11 जून 2025

ज्येष्ठ पूर्णिमा
योगिनी एकादशी

शनिवार, 21 जून 2025

योगिनी एकादशी
देवशयनी एकादशी

रविवार, 06 जुलाई 2025

देवशयनी एकादशी
गुरु पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

गुरु पूर्णिमा
आषाढ़ पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

आषाढ़ पूर्णिमा
कामिका एकादशी

सोमवार, 21 जुलाई 2025

कामिका एकादशी

संग्रह