खाटू नगर है श्याम का दर है

खाटू नगर है श्याम का दर है

(तर्ज – सागर किनारे….)

खाटू नगर है, श्याम का दर है,
जाकर के देखो वो तो, खुशियों का घर है…

खाटू नगर की, महिमा है भारी, बैठा जहाँ पर, वो लीलाधारी,
उसकी दया का होता, सब पे असर है,
खाटू नगर है…

दुनियां में जो भी, किस्मत के मारे, अर्ज़ी लगाते, झोली पसारे,
सबकी ये सुनता, औ लेता खबर है,
खाटू नगर है…

खाटू नगर में, होता करिश्मा, हरदम है होती, अमृत की वर्षा,
शीश का दानी जिसकी, गाथा अमर है,
खाटू नगर है…

जीवन तूं अपना, व्यर्थ गँवाए, ये ही है अपना, बाकी पराए,
‘कमला’ क्यों भटके, दर और बदर है,
खाटू नगर है…

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

कार्तिक पूर्णिमा

बुधवार, 05 नवम्बर 2025

कार्तिक पूर्णिमा
उत्पन्ना एकादशी

शनिवार, 15 नवम्बर 2025

उत्पन्ना एकादशी
मोक्षदा एकादशी

सोमवार, 01 दिसम्बर 2025

मोक्षदा एकादशी
मार्गशीर्ष पूर्णिमा

गुरूवार, 04 दिसम्बर 2025

मार्गशीर्ष पूर्णिमा
सफला एकादशी

सोमवार, 15 दिसम्बर 2025

सफला एकादशी
गुरु गोविंद सिंह जयंती

शनिवार, 27 दिसम्बर 2025

गुरु गोविंद सिंह जयंती

संग्रह